WWW
WWW का पूरा नाम World Wide Web है। यह इन्टरनेट की एक सर्विस है जिसे W3 या वेब भी कहा जाता है वर्ल्ड वाइड वेब दुनियाभर के वेबसाइट के एड्रेस का कलेक्शन है। जिसके द्वारा HTML में बनाये गए विभिन्न प्रकार के document आपस में Hyperlink के माध्यम से जुड़े होते है। ये HTML डॉक्यूमेंट अर्थात web page में विभिन्न प्रकार के इमेज, टेक्स्ट, ऑडियो और विडियो फाइल से बने होते है।
वर्ड वाइड वेब क्या है
दुसरे शब्दों में कहे तो वर्ल्ड वाइड वेब दुनियाभर के वेबसाइट के address का समूह है जो आपस में एक-दुसरे से hyperlink अर्थात एक दुसरे से जुड़े होती है। जब यूजर इन्टरनेट में वेबसाइट को सर्च करता है तब WWW यूजर के उस वेबसाइट तक पहुचाने का कार्य करता है इस तरह www इन्टरनेट पर एक सर्विसेस की तरह कार्य करता है। वर्ल्ड वाइड वेब इनफार्मेशन को एक जगह से दुसरे जगह भेजने के लिए Hyper text transfer protocol का उपयोग करता है।
वर्ल्ड वाइड वेब (www) की आविष्कार
www की खोज सर्वप्रथम टीम बेर्नेर्स ली और रोबर्ट कैलिउ ने सन 1989 में किया था। टीम बेर्नेर्स ली कंप्यूटर वैज्ञानिक थे, जिनका जन्म लन्दन में हुआ था इनके माता-पिता भी कंप्यूटर वैज्ञानिक थे। टीम बेर्नेर्स ली ने यूरोपीय रिसर्च आर्गेनाइजेशन, जेनेवा स्वीट्ज़रलैंड में कार्य करते हुए सन 1989 में वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार किया था। जिसे सन 1992 में रिलीज़ किया गया।
WWW कैसे काम करता है?
दोस्तों आप सभी जान चुके है की वर्ल्ड वाइड वेब हाइपर लिंक के द्वारा जुड़े हुए वेबसाइट का बहुत बड़ा समूह है। अर्थात दुनियां के सभी वेबसाइट www के अंदर एक दुसरे से लिंक है अर्थात जुड़े हुए है। इन सभी वेबसाइट को हम इन्टरनेट पर वेब ब्राउज़र के मदद से access कर सकते है।
जब यूजर इन्टरनेट पर किसी भी वेबसाइट को search या access करता है तब वर्ल्ड वाइड वेब web page को एक जगह से दुसरे जगह भेजने के लिए हाइपर टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (http) का उपयोग करता है। अर्थात http की मदद से वेबसाइट यूजर के कंप्यूटर में एक्सेस किया जाता है।
वर्ल्ड वाइड वेब (www) का इतिहास – History of WWW in hindi
वर्ल्ड वाइड वेब (www) का इतिहास निम्न है:
- ✅ वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का अविष्कार सन 1989 में टिम बर्नर्स-ली ने किया था।
- ✅ वर्ल्ड वाइड वेब (www) के जनक टीम बर्नर्स ली यूरोपियन आरगेनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च में कार्य करते थे।
- ✅ WWW का टेक्नोलॉजी HTTP (हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल) पर आधारित है।
- ✅ इंटरनेट के माध्यम से WWW का आविष्कार वेब पृष्ठों तक पहुंचने की सुविधा प्रदान करता है।
- ✅ WWW का एक महत्वपूर्ण घटक वेबसाइटों का पता है, जिसे यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) कहा जाता है।
- ✅ वर्ल्ड वाइड वेब का इतिहासी और तकनीकी विकास ने डिजिटल युग में संचार, ज्ञान प्रसारण, व्यापार और साझा संसाधनों को बदल दिया है।
वर्ल्ड वाइड वेब की विशेषताएं – Feature of www in Hindi
वर्ल्ड वाइड वेब (www) की विशेषताएं निम्न है:
- www के माध्यूयम से यूजर इन्टरनेट से वेबसाइट, वेब पेज, डाटा और फाइल इत्यादि को एक्सेस कर सकता है.
- डाटा को एन्क्रिप्ट कर के सेंड कर सकता है.
- क्रॉस प्लेटफार्म में वर्क कर सकता है.
- इन्टरनेट में उपस्थित सभी जानकारी को एक्सेस कर सकता है.
- इन्टरनेट में उपस्थित पुरे विश्व के वेबसाइट को एक्सेस कर सकता है.
- विडियो, ऑडियो, इनफार्मेशन और डाटा को सुरक्षा पूर्वक एक स्थान से दुसरे स्थान में सेंड कर सकता है.
- मल्टीमीडिया को सपोर्ट करता है.
वर्ल्ड वाइड वेब (www) की विशेषताएं निम्न है:
- www के माध्यूयम से यूजर इन्टरनेट से वेबसाइट, वेब पेज, डाटा और फाइल इत्यादि को एक्सेस कर सकता है.
- डाटा को एन्क्रिप्ट कर के सेंड कर सकता है.
- क्रॉस प्लेटफार्म में वर्क कर सकता है.
- इन्टरनेट में उपस्थित सभी जानकारी को एक्सेस कर सकता है.
- इन्टरनेट में उपस्थित पुरे विश्व के वेबसाइट को एक्सेस कर सकता है.
- विडियो, ऑडियो, इनफार्मेशन और डाटा को सुरक्षा पूर्वक एक स्थान से दुसरे स्थान में सेंड कर सकता है.
- मल्टीमीडिया को सपोर्ट करता है.
वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे (WWW Advantages)
- www दुनिया भर के वेबसाइट को कनेक्ट करता है.
- www के मदद से आप विभिन्न चीजों की जानकारी असानी से ले सकते है.
- www से इनफार्मेशन आपको तुरंत मिल जाता है.
- यह इनफार्मेशन के हिसाब से कम खर्चीला है.
- इसे आप फ्री में उपयोग कर सकते है.
वर्ल्ड वाइड वेब के नुकसान (WWW disadvantages)
- कई वेबसाइट गलत जानकारी प्रोवाइड करती है जिसे भी www यूजर को प्रदर्शित करता है.
- www का ज्यादा उपयोग से आपको लत लग सकता है.
- कई बार हैकर इनफार्मेशन की चोरी कर सकता है.
- कोई भी हार्मफुल फाइल www के माध्यम से कंप्यूटर में प्रवेश कर सकता है.
- कई वेबसाइट गलत जानकारी प्रोवाइड करती है जिसे भी www यूजर को प्रदर्शित करता है.
- www का ज्यादा उपयोग से आपको लत लग सकता है.
- कई बार हैकर इनफार्मेशन की चोरी कर सकता है.
- कोई भी हार्मफुल फाइल www के माध्यम से कंप्यूटर में प्रवेश कर सकता है.
इन्टरनेट और WWW में क्या अंतर है?
इन्टरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब में बहुत से अंतर है इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) दोनों ही इंटरनेट संबंधित टेक्नोलॉजी हैं, लेकिन इनके बीच में थोड़ा अंतर है। जो निम्न है:
- इन्टरनेट: इन्टरनेट दुनिया का सबसे बड़ा पब्लिक नेटवर्क है जिसमे दुनिया भर के नेटवर्क कनेक्टेड है. इन्टरनेट विश्व के लगभग सभी नेटवर्क को आपस में कनेक्ट करके उनके बिच कनेक्शन स्ताब्लिश करता है.
- वर्ल्ड वाइड वेब (www): वर्ल्ड वाइड वेब एक प्रकार का सर्विस है जो दुनिया भर के वेबसाइट, वेब पेज, डाटा और इनफार्मेशन को एक इंटरफ़ेस के माध्यम से जोड़ता है. वर्ल्ड वाइड वेब के माध्यम से हम दुनिया भर के वेबसाइट, वेब पेज को एक्सेस कर सकते है.
इन्टरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब में बहुत से अंतर है इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) दोनों ही इंटरनेट संबंधित टेक्नोलॉजी हैं, लेकिन इनके बीच में थोड़ा अंतर है। जो निम्न है:
- इन्टरनेट: इन्टरनेट दुनिया का सबसे बड़ा पब्लिक नेटवर्क है जिसमे दुनिया भर के नेटवर्क कनेक्टेड है. इन्टरनेट विश्व के लगभग सभी नेटवर्क को आपस में कनेक्ट करके उनके बिच कनेक्शन स्ताब्लिश करता है.
- वर्ल्ड वाइड वेब (www): वर्ल्ड वाइड वेब एक प्रकार का सर्विस है जो दुनिया भर के वेबसाइट, वेब पेज, डाटा और इनफार्मेशन को एक इंटरफ़ेस के माध्यम से जोड़ता है. वर्ल्ड वाइड वेब के माध्यम से हम दुनिया भर के वेबसाइट, वेब पेज को एक्सेस कर सकते है.
वेबसाइट क्या है
दो या दो से अधिक वेब पेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है. जिसमे सभी वेब पेज आपस में लिंक होते है. इन वेब पेज में टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और विडियो इत्यादि हो सकते है. दुसरे शब्दों में वेबसाइट इन्टरनेट पेज के समूह भी कहा जाता है.
दो या दो से अधिक वेब पेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है. जिसमे सभी वेब पेज आपस में लिंक होते है. इन वेब पेज में टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और विडियो इत्यादि हो सकते है. दुसरे शब्दों में वेबसाइट इन्टरनेट पेज के समूह भी कहा जाता है.
वेबपेज क्या है?
एक सिंगल पेज को वेबपेज कहा जाता है जो डॉक्यूमेंट की तरह होता है इसमें विभिन्न प्रकार के इनफार्मेशन स्टोर होते है. ये सभी इनफार्मेशन टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, विडियो और एनीमेशन के रूप में होते है.
जब दो या दो से अधिक वेबपेज को एक साथ लिंक किया जाता है तो उन वेबपेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है जैसे हमारा ये softtech का वेबसाइट है इसमें अबाउट अस, कांटेक्ट अस, टर्म एंड कंडीशन जैसे वेब पेज शामिल है.
एक सिंगल पेज को वेबपेज कहा जाता है जो डॉक्यूमेंट की तरह होता है इसमें विभिन्न प्रकार के इनफार्मेशन स्टोर होते है. ये सभी इनफार्मेशन टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, विडियो और एनीमेशन के रूप में होते है.
जब दो या दो से अधिक वेबपेज को एक साथ लिंक किया जाता है तो उन वेबपेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है जैसे हमारा ये softtech का वेबसाइट है इसमें अबाउट अस, कांटेक्ट अस, टर्म एंड कंडीशन जैसे वेब पेज शामिल है.
वेब ब्राउज़र क्या है – Web Browser in Hindi
वेब ब्राउज़र (web browser) एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसका उपयोग internet या नेटवर्क को एक्सेस करने के लिए क्या जाता है. सभी मोबाइल या कंप्यूटर में web browser इनस्टॉल होते है जिसके हेल्प से यूजर इन्टरनेट को एक्सेस करता है.
उदाहरण: Google Chrome, Internet Explorer, Safari Mozilla Firefox, Opera Browser, Monkey Browser इत्यादि।
वेब ब्राउज़र (web browser) एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसका उपयोग internet या नेटवर्क को एक्सेस करने के लिए क्या जाता है. सभी मोबाइल या कंप्यूटर में web browser इनस्टॉल होते है जिसके हेल्प से यूजर इन्टरनेट को एक्सेस करता है.
उदाहरण: Google Chrome, Internet Explorer, Safari Mozilla Firefox, Opera Browser, Monkey Browser इत्यादि।
सर्च इंजन क्या है – Search Engine in Hindi
सर्च इंजन एक इंटरनल सॉफ्टवेर है जो वेबसाइट में इनबिल्ट होता है. सर्च इंजन का उपयोग इन्टरनेट में उपस्थित डाटा को खोजेने के लिए किया जाता है. सर्च इंजन बहुत ही तेज गति से इन्टरनेट में उपस्थित डाटा को खोज के यूजर तक लाकर डिस्प्ले कर देता है.
सर्च इंजन (Search Engine) वेबसाइट के लिस्ट को प्रस्तुत करता है जिसमे यूजर के द्वारा सर्च किये गए डाटा उपलब्ध होते है. सर्च इंजन के माध्यम से टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और विडियो इत्यादि को असानी से सर्च किया जा सकता है.
उदाहरण: Google, Bing, Yahoo इत्यादि .
सर्च इंजन एक इंटरनल सॉफ्टवेर है जो वेबसाइट में इनबिल्ट होता है. सर्च इंजन का उपयोग इन्टरनेट में उपस्थित डाटा को खोजेने के लिए किया जाता है. सर्च इंजन बहुत ही तेज गति से इन्टरनेट में उपस्थित डाटा को खोज के यूजर तक लाकर डिस्प्ले कर देता है.
सर्च इंजन (Search Engine) वेबसाइट के लिस्ट को प्रस्तुत करता है जिसमे यूजर के द्वारा सर्च किये गए डाटा उपलब्ध होते है. सर्च इंजन के माध्यम से टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और विडियो इत्यादि को असानी से सर्च किया जा सकता है.
उदाहरण: Google, Bing, Yahoo इत्यादि .
इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर क्या है? (ISP in Hindi)
URL क्या होता है? URL in Hindi
URL (यूआरएल) का तात्पर्य यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स लोकेटर (uniform resource locator) है. यह एक एड्रेस अर्थात पता है जिसका उपयोग करके इन्टरनेट के किसी भी वेबसाइट तक पंहुचा जा सकता है.
यूआरएल एक यूनिक एड्रेस है जिसमे प्रोटोकॉल, डोमेन नेम और वेब पेज का एड्रेस शामिल होता है.
Https://www.Facebook.com
Https: - Protocol
www - World wide web
Facebook - Domain Name
com - Domain Extension
URL (यूआरएल) का तात्पर्य यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स लोकेटर (uniform resource locator) है. यह एक एड्रेस अर्थात पता है जिसका उपयोग करके इन्टरनेट के किसी भी वेबसाइट तक पंहुचा जा सकता है.
यूआरएल एक यूनिक एड्रेस है जिसमे प्रोटोकॉल, डोमेन नेम और वेब पेज का एड्रेस शामिल होता है.
Https://www.Facebook.com
Https: - Protocol
www - World wide web
Facebook - Domain Name
com - Domain Extension
डाउनलोड क्या है?(what is Download?)
जब इन्टरनेट या नेटवर्क से किसी भी प्रकार के फाइल या इनफार्मेशन को यूजर अपने लोकल कंप्यूटर पर ट्रान्सफर या स्टोर करता है तो इस कार्य को डाउनलोड कहा जाता है।
जब इन्टरनेट या नेटवर्क से किसी भी प्रकार के फाइल या इनफार्मेशन को यूजर अपने लोकल कंप्यूटर पर ट्रान्सफर या स्टोर करता है तो इस कार्य को डाउनलोड कहा जाता है।
अपलोड क्या है?(what is Upload?)
जब इन्टरनेट या नेटवर्क में उपस्थित किसी भी कंप्यूटर या वेबसाइट में यूजर अपने इनफार्मेशन या फाइल को डालता है तो इस कार्य को अपलोड कहा जाता है।
जब इन्टरनेट या नेटवर्क में उपस्थित किसी भी कंप्यूटर या वेबसाइट में यूजर अपने इनफार्मेशन या फाइल को डालता है तो इस कार्य को अपलोड कहा जाता है।
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